इस साल रमजान के दौरान दिल्ली, पटना और मुंबई समेत कई शहरों में इफ्तार पार्टियां आयोजित की गईं, जिनमें बीजेपी नेताओं की बढ़ती भागीदारी देखी गई। पहले इफ्तार पार्टियों में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की मौजूदगी अधिक रहती थी, लेकिन इस बार भाजपा के नेताओं ने भी इनमें भाग लिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह अल्पसंख्यक वोटबैंक को साधने की रणनीति हो सकती है। इसके साथ ही, विपक्षी पार्टियां जो कुछ सालों से इफ्तार कार्यक्रमों से दूर थीं, वे भी अब सक्रिय रूप से शामिल हो रही हैं
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