इंश्योरेंस रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) यानी इरडा ने इंश्योरेंस कंपनियों से डिजिलॉकर के जरिए डिजिटल इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करने को कहा है। इसके लिए इरडा ने सभी बीमा कंपनियों को एक सर्कुलर जारी किया है।
इंश्योरेंस सेक्टर में डिजिलॉकर का प्रयोग बढ़ाने के लिए उठाया कदम
इरडा की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि इंश्योरेंस सेक्टर में डिजिलॉकर का प्रयोग बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। साथ ही सभी कंपनियों से डिजिलॉकर को सपोर्ट करने वाला आईटी सिस्टम तैयार करने को कहा है। इरडा ने कहा है कि इस कदम से पॉलिसीहोल्डर्स को अपनी पॉलिसी से जुड़े सभी डॉक्युमेंट्स डिजिलॉकर में सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
डिजिलॉकर इस्तेमाल करने की जानकारी दें कंपनियां
सर्कुलर में कहा गया है कि सभी इंश्योरेंस कंपनियां अपने रिटेल पॉलिसीहोल्डर्स को डिजिलॉकर और इसे इस्तेमाल करने की जानकारी दें। सर्कुलर के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन डिजिलॉकर टीम कंपनियों को तकनीकी और लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराएगी।
क्लेम प्रोसेसिंग में तेजी आएगी
सर्कुलर में कहा गया है कि इंश्योरेंस सेक्टर में डिजिलॉकर के इस्तेमाल से लागत में कमी आएगी और पॉलिसी की कॉपी की डिलिवरी ना होने जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। इसके अलावा क्लेम प्रोसेसिंग एंड सेटलमेंट में तेजी आएगी। विवादों और फ्रॉड में कमी होगी और उपभोक्ताओं से संपर्क करने में सुधार होगा।
डिजिलॉकर पर मिलते हैं ऑथेटिंक डॉक्यूमेंट
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत डिजिलॉकर ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप पर उपभोक्ताओं को डिजिटल फॉर्मेट में ऑथेंटिक डॉक्यूमेंट या सर्टिफिकेट मिलते हैं। यह डॉक्यूमेंट संबंधित कंपनी की ओर से जारी किए जाते हैं। फिजिकल डॉक्यूमेंट के इस्तेमाल में कमी लाने के उद्देश्य से डिजिलॉकर को लॉन्च किया गया था।
राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने किया था आग्रह
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संजय धोत्रे ने डिजिलॉकर के जरिए डिजिटल पॉलिसी जारी करने को लेकर वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र लिखा था। इसमें सलाह दी गई थी कि डिजिटल इंश्योरेंस पॉलिसी को लेकर इरडा की ओर से सर्कुलर जारी किया जाए। साथ ही डिजिलॉकर की ओर से जारी सभी डॉक्यूमेंट को वैध डॉक्यूमेंट मानने की सलाह दी थी। इसके बाद ही इरडा ने यह सर्कुलर जारी किया है।
डिजिलॉकर क्या है?
डिजिलॉकर एक प्रकार की डिजिटल तिजोरी है। महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स या दस्तावेजों को डिजिटल तरीके से सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने इसको लॉन्च किया है। अभी इस ऐप के जरिए केंद्र सरकार की 22, राज्य सरकारों की 36 सेवाओं से जुड़े डॉक्यूमेंट या सर्टिफिकेट सुरक्षित रखे जा सकते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य, बैंकिंग और बीमा से जुड़ी सेवाएं भी इसके जरिए ली जा सकती हैं।
डिजिलॉकर के इस्तेमाल के लिए आधार नंबर जरूरी
डिजिलॉकर का इस्तेमाल करने के लिए उपभोक्ता को अकाउंट बनाना होता है। इसके लिए आधार नंबर जरूरी है। साथ ही उपभोक्ता का मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए। लॉग-इन करते समय आधार नंबर एंटर करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) आएगा। OTP एंटर करते ही लॉग-इन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।