23 अप्रैल 2024 को देशभर में हनुमान जयंती का पर्व बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया गया। यह दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो भगवान राम के परम भक्त और शक्ति, भक्ति व समर्पण के प्रतीक माने जाते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर और वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ। भक्तों ने हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ किया, साथ ही प्रसाद वितरण और दान-पुण्य के कार्य भी किए गए। कई स्थानों पर शोभायात्राएं निकाली गईं, जिनमें हनुमान जी की मूर्तियों को रथों पर सजाकर भक्ति भजनों के साथ शहर में भ्रमण कराया गया। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगरों में भी मंदिरों को फूलों और रोशनी से सजाया गया, जिसने उत्सव का माहौल और आकर्षक बना दिया। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों ने गरीबों के लिए भोजन और वस्त्र वितरण के कार्यक्रम भी आयोजित किए। हनुमान जयंती ने एक बार फिर भक्तों को एकता और आध्यात्मिकता के सूत्र में बांधा, जिससे समाज में सकारात्मकता का संचार हुआ। यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह लोगों को निस्वार्थ सेवा और समर्पण की प्रेरणा भी देता है।
Add A Comment