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हिंदुस्तान जिंदाबाद”: 35 सालों में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुआ कश्मीर – ग्राउंड रिपोर्ट

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आतंकवाद के खिलाफ उठी आवाज

कश्मीर में बीते 35 वर्षों में पहली बार ऐसा नज़ारा देखने को मिला जब पूरी घाटी बंद रही — न कोई दुकान खुली, न बाजार सजे। कारण था एक दिन पहले हुआ दर्दनाक आतंकी हमला जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई। इस बर्बर हमले ने घाटी को झकझोर कर रख दिया है।

मस्जिदों से लाउडस्पीकरों के ज़रिए बंद में शामिल होने की अपील की जा रही है, और लोग स्वतःस्फूर्त रूप से सड़कों पर उतरकर इस आतंकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह पहला मौका है जब आतंकी हमले के विरुद्ध घाटी एकजुट दिखाई दे रही है।


पहलगाम में मातम और विरोध

हमले में मारे गए 26 लोगों में एक नाम सैयद आदिल हुसैन शाह का भी है, जो पर्यटकों को घुड़सवारी कराता था। जब उसने हमलावरों का सामना करने की कोशिश की, तो उसे गोली मार दी गई।

पहलगाम के दुकानदारों और होटल व्यवसायियों ने “हिंदुस्तान जिंदाबाद” और “मैं भारतीय हूं” के नारे लगाते हुए विरोध मार्च निकाला। उन्होंने Swarajya Bharat से कहा कि वे अब भी बचे हुए पर्यटकों की हर संभव मदद कर रहे हैं, जिनमें 15 दिनों तक मुफ्त ठहरने की पेशकश भी शामिल है।

होटल व्यवसायी आसिफ बुर्जा ने इस हमले को “मानवता के खिलाफ अपराध” करार देते हुए कहा, “यह पर्यटन या अर्थव्यवस्था की बात नहीं है, यह हमारे आत्मसम्मान की बात है।”


सेना की कार्रवाई के समर्थन में आम लोग

प्रदर्शनकारियों ने Swarajya Bharat से बातचीत में कहा कि वे आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में पूरी तरह से सेना के साथ हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। 26 निर्दोष लोगों की मौत सबसे बड़ा नुकसान है। कश्मीर बाद में आता है, पहले इंसानियत है।”


राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

उमर अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले को “घृणास्पद” करार देते हुए कहा, “मैं यकीन नहीं कर सकता कि हमारे यहां आए मेहमानों पर हमला हुआ। यह अमानवीय कृत्य है।”

उन्होंने बताया कि सरकार घाटी में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए पूरी व्यवस्था कर रही है। डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त फ्लाइट्स के इंतजाम में जुटे हैं और जम्मू-श्रीनगर हाईवे को सुचारु रूप से चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

महबूबा मुफ्ती

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी विरोध मार्च निकाला और देशवासियों से माफी मांगते हुए कहा, “यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि हमारी कश्मीरियत पर भी था। हम शर्मिंदा हैं और दुख की इस घड़ी में आपके साथ हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा मिलनी चाहिए।”


केंद्र की सख्ती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पीएम मोदी ने इस हमले के बाद सऊदी अरब की यात्रा बीच में ही छोड़ दी और भारत लौट आए। उन्होंने सख्त संदेश देते हुए कहा, “जो भी इस हमले के पीछे है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”

शाम छह बजे प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक भी बुलाई गई है।

गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर पहुंचकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ हालात की समीक्षा की। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत सरकार हर वह कदम उठाएगी, जो जरूरी होगा। हम उन्हें भी पकड़ेंगे जो पर्दे के पीछे बैठकर ऐसी साजिशें रचते हैं। भारत को आतंक से डराया नहीं जा सकता।”

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